कहा रोपवे पर स्थानीय पंचायत की सर्वसम्मति मिली
कहा अपना विरोध दिल्ली जाकर दिखाए
रेणुका गौतम, कुल्लू : ज़िला कुल्लू में बनने वाले बिजली महादेव रोपवे को लेकर मसला शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा। जहां इस रोपवे को लेकर दिनोंदिन विरोध बढ़ता ही जा रहा है, वहीं इसे लेकर स्थानीय विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने अपने विचार रखे हैं। उन्होंने रोपवे के विरोध में शामिल लोगों पर दोगले होने का आरोप लगाया है।
विधायक सुन्दर सिंह ठाकुर ने कहा कि जिस तरह से बिजली महादेव रोपवे का विरोध हो रहा है, इस विरोध में दोगले लोग शामिल है। क्योंकि 2018 में स्थानीय पंचायत द्वारा पेश किए गए रेजोल्यूशन के आधार पर ही यह रोपवे बनना सुनिश्चित हो पाया है। लेकिन आज वही लोग न जाने क्यों, अपनी बात से पीछे हटते नजर आ रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक पर्यावरण की बात है और रोपवे के लिए काटे जा रहे पेड़ों का हवाला दिया जा रहा है, लेकिन यह कैसे भूला जा सकता है कि भाजपा के शासनकाल में 1344 पेड़ काटे गए थे जबकि इस प्रोजेक्ट के लिए सिर्फ़ 203 पेड़ काटे जाने हैं।
उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि आज तक यह विरोध क्यों नहीं हुआ ? जब इस कार्य के लिए बाकायदा पंचायत द्वारा एनओसी दी जा रही थी और रही बात देववाणी की तो इससे पहले भी क्षेत्र में स्थानीय देवी द्वारा टेलीकॉम टावर लगाने और ट्रांसमिशन लाइंस के नहीं लगाने की के निर्देश दिए गए थे। लेकिन उस समय तो किसी को देववाणी पर इतनी चिंता करते हुए नहीं देखा गया। लेकिन आज विरोधियों द्वारा देव-वाणी को इतना अधिक महत्व देने का तात्पर्य समझ में नहीं आ रहा। साथ ही उन्होंने कहा कि दरअसल विरोध में शामिल लोग दोगले चरित्र के लोग हैं, जो विरोध की आड़ में सिर्फ अपना निजी स्वार्थ देख रहे हैं और भोली भाली जनता को बहका रहें है। साथ ही उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुई यह कहा कि बिजली महादेव रोपवे प्रोजेक्ट प्रदेश सरकार का नहीं, केंद्र सरकार का है। अतः यदि कोई इस प्रोजेक्ट का विरोध करना चाहता है, तो हिमाचल में विरोध न करें बल्कि दिल्ली के जंतर-मंतर में जाकर अपना विरोध जताए।
तो साथ ही इस मौके पर हिमाचल की कांग्रेस सरकार के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य की सोशल मीडिया पर बिजली महादेव रोपवे को लेकर पोस्ट में भी चुटकी लेते नजर आए। दरअसल विक्रमादित्य ने सोशल मीडिया में बिजली महादेव रोपवे को लेकर जनता की राय पूछी है। इस बात पर सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि इस तरह की बातें और रवैया हास्यास्पद है।