Friday, November 22, 2024
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अंधकार से उजाले का पर्व है दिवाली.. जानें क्या है शुभ मुहुर्त

दीपावली अंधेरे से रोशनी की ओर ले जाने वाला का पर्व है. यह त्योहार हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. इस दिन भगवान श्रीराम 14 साल के बाद वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे. एक अन्य मान्यता है कि दिवाली के दिन ही मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं. इस कारण इस दिन लक्ष्मी पूजन किया जाता है. वाल्मीकि रामायण में वर्णित है कि इस दिन भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी का विवाह हुआ था. दिवाली की शाम को उत्तम मुहूर्त में लक्ष्मी-गणेश और भगवान कुबेर की पूजा का विशेष महत्व है.

दिवाली हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस बार दीवाली अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 27 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 25 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी. दीपावली 2022 लक्ष्मी पूजन मुहूर्त शाम 06 बजकर 53 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक रहेगा. लक्ष्मी पूजन की अवधि 1 घंटा 23 मिनट की है. सभी को दीपावली की शुभकामनाएं.

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