मुख्यमंत्री व राज्यपाल को भी भेजा जाएगा ज्ञापन
रेणुका गौतम, कुल्लू : “हिमाचल प्रदेश में बरमाणा व दाड़लाघाट में सीमेंट कंपनियों को बंद करने के आदेश को लेकर इंटर के द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री व राज्यपाल को भी ज्ञापन भेजे जाएंगे।” जिला मुख्यालय कुल्लू, ढालपुर में पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश के इंटक कन्वीनर महिमन चंद्र यह बात कही।
उन्होंने कहा कि बरमाणा व दाड़लाघाट में सीमेंट कंपनियों के बंद होने से 15,000 से अधिक परिवार प्रभावित होंगे। इससे जुड़े हुए अन्य हजारों लोग भी बेरोजगार होंगे। ऐसे में पहले इंटक के द्वारा हिमाचल प्रदेश के जिला स्तर पर डीसी के माध्यम से राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे जाएंगे। उसके बाद भी अगर कंपनी की मनमानी नहीं रुकी तो जिला स्तर पर धरने प्रदर्शन का भी आयोजन किया जाएगा।
महिमन चंद्र ने बताया कि इससे पहले भी अदानी ग्रुप कई कंपनी को खरीद चुका है और उसके बाद कंपनियों को घाटे में बताकर सरकारों को ब्लैकमेल करने का भी काम कर चुका है। लेकिन हिमाचल प्रदेश में इनकी मनमानी को सहन नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यहां पर सालों से हजारों कर्मचारी कार्य कर रहे हैं और अपने परिवारों का भरण-पोषण कर रहे हैं। तो ऐसे तानाशाही आदेश कर्मचारियों और उनके परिवारों को बहुत बुरी तरह प्रभावित करेंगे जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इंटक के प्रदेश कन्वीनर ने कहा कि प्रदेश में इंटक लगातार कर्मचारी हितों को लेकर काम कर रही है और वह कर्मचारी चाहे सरकारी क्षेत्र में हो या निजी क्षेत्र में, उनके साथ अन्याय किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे में अदानी ग्रुप के द्वारा अगर आने वाले दिनों में अपने फैसले को नहीं बदला गया मजबूरन तो कर्मचारियों के हितों की रक्षा हेतु प्रदेश में इंटक द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा।