शिमला : सावधान अब हिमाचल की नामी हस्तियों के नाम पर साइबर शातिर ठगी का प्रयास कर रहे है । भारत में रह रहे
नाइजीरियन मूल के साइबर शातिर प्रदेश की बड़ी हस्तियो आला नेता और विभाग प्रमुख एवम वरिष्ठ अधिकारीयों की फोटो व्हटसऐप में प्रोफाइल फोटो लगाकर व्हाट्स एप पर मैसेज भेजकर पेसो की डिमांड कर रहे है । साइबर शातिर व्हाट्स एप पर जिसकी प्रोफाइल फोटो लगाई हो उसके सहकर्मियों रिश्तेदारों तथा परिचित व्यक्तियों को मेसेज भेज कर पैसो की मांग करते है । कुछ इस
तरह हिमाचल प्रदेश की महत्वपूर्ण हस्तियों समेत कुछ अन्य वरिष्ठ
अधिकारियों के नाम से फर्जी वॉट्सऐप मेसेजआने की शिकायत साइबर सेल को मिली है। जिसके बाद हिमाचल प्रदेश पुलिस के साइबर सेल ने रविवार को मामला दर्ज किया है । बताया जा रहा है कि कुछ अधिकारियों को एक अनजान नंबर से मेसेज आए जिनमें साइबर अपराधी अपनी पहचान किसी की महत्वपूर्ण हस्ती के
रूप में बता रहा था। इसी तरह कुछ अधिकारियों को वॉट्सऐप पर मेसेज भेजे गए। हिमाचल प्रदेश पुलिस के साइबर सेल ने इस संबंध में पड़ताल शुरू कर दी है। साथ ही लोगों से यह अपील भी की है कि इस तरह के अनजान नंबर से आने वाले संदेशों को नजरअंदाज करें और पहचान की पुष्टि किए बिना किसी तरह क बातचीत न करें। पुलिस को आशंका है कि इस तरह की ठगी का प्रयास भारत में रह रहे नाइजीरिया सिटीजन कर रहे है । साइबर क्राइम सेल का कहना है कि अपराधी अकसर रुपयों की मांग करते हैं। कई बार फ ोन पर आए ओटीपी बताने को कहते हैं। अगर ओटीपी दे दिया जाए तो शातिर बैंक खातों में सेंध लगाकर ठगी करते हैं। साइबर अपराधी विशेषकर सिटीजन जो भारतवर्ष में छतरपुर, दिल्ली
आदि स्थानों में रह रहे है, वह नार्थ ईस्ट, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर
प्रदेश आदि राज्यों के स्थानीय सिम रिटेलर (दुकानदारों) से प्राप्त कर लेते हैं और उस नंबर से ठगी के लिए रखे गये मोबाइल फोन पर रजिस्टर कर लेता है और उस सिम को आगामी इस्तेमाल के लिए ग्रामीण, मजदूर या अनपढ़ लोगों को दिया जाता है जो वे इस बात से अनभिज्ञ होते है। यह लोग हस्तियों, विभाग प्रमुख एवं वरिष्ठ अधिकारियों की फ ोटो को व्हाटस एप प्रोफाइल पिक्चर पर लगा देते हैं। इससे ठगी को लेकर संदेश भेजे जाते है।संदेश में आग्रह किया जाता है कि उन्हें कोई तुरंत आवश्यकता एवं मेडिकल
इमरजेंसी हो गई है या एमाजोन गिफ्ट कार्ड कोड को शेयर करने की बात कही जाती है। जब यह कोड साइबर अपराधी के पास पहुंच जाता है तो व्यक्ति ठगी का शिकार होता है। बता दे कि वर्तमान में जैसे जैसे मोबाईल और इंटरनेट यूजर की संख्या में जिस तेजी से इज़ाफा हो रहा है। साइबर ठगी के मामले भी उसी तेजी से बढऩे
लगे है। कारण हमारी किसी विषय के प्रति अज्ञानता या पूरी जानकारी न होना ही होता है। आज सोशल मीडिया पर तरह तरह के प्लेटफार्म आ गये हैं। हम उन्हे इस्तेमाल करना तो शुरू कर देते हैं लेकिन उसके क्या अवगुण है इसकी पूरी जानकारी नही रख पाते। यही कारण है कि साइबर ठग इन कमियों का फायदा उठा ठगी को अंजाम दे देते हैं। अब जिस तरह के मामले हिमाचल प्रदेश में
सामने आ रहे हैं । भविष्य में हम इस प्रकार की ठगी का शिकार कोई ना हो इसके लिए सर्तक रहने की साइबर सेल ने आम लोगो से अपील की है । साइबर सेल शिमला के एडिशनल एसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि इस तरह की सेल के पास शिकायतें आई है जिस पर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि फ्रॉड
करने वाले इसके अलावा किसी पीडि़त का फोटो वहटसअप डीपी पर लगाते हैं। और पीडि़त के जान पहचान और रिश्तेदारों और अपने अधीनस्थ को मैसेज भेज कर अमेजन गिफ्ट कार्ड खरीदने और पैसा भेजने की बात करते हैं। यह देखा गया है
कि इस तरह के अपराधी अक्सर रुपयों की मांग करते हैं या फिर कई बार फोन पर आए ओटीपी बताने को कहते हैं। अगर ओटीपी दे दिया जाए तो वे बैंक खातों में सेंध लगाकर ठगी करते हैं। इसलिए सतर्क रहें और साइबर ठगी से बचने के लिए पूरी जानकारी रखें।
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