एडीएम कुल्लू के माध्यम से राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
कुल्लू : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली, कूचबिहार और उत्तर दिनाज़पुर (चोपरा) में हुई घटना से अत्यंत व्यथित होकर निर्मात्री न्यास हिमाचल प्रदेश ने नारी सम्मान से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। इस बेहद गंभीर मामले पर पूरे प्रदेश के सभी जिलों में निर्मात्री न्यास की महिलाओं ने प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन सौंपे। साथ ही प्रदेश स्तर में प्रदेश संयोजिका द्वारा राज्यपाल के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी ज्ञापन सौंपा। इसी कड़ी में जिला कुल्लू संयोजिका कमलेश शर्मा की अध्यक्षता में एडीएम कुल्लू के माध्यम से राज्यपाल को भी ज्ञापन सौंपा।
कमलेश शर्मा ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि पश्चिम बंगाल में दिनोदिन महिलाओं की बिगड़ती हुई स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। कानून और व्यवस्था केवल शब्दकोष तक सिमटकर रह गए हो ऐसा प्रतीत होने लगा है। संदेशखाली, कूचबिहार और उत्तर दिनाज़पुर की घटना सभ्य समाज का मस्तक लज्जा से झुका देने वाली हैं। निरीह, निरपराध नागरिकों का और विशेषतः महिलाओं का शोषण और दर्दनाक उत्पीड़न सर्वथा निंदनीय है। भारतीय संविधान की धज्जियां उड़ाने वाली ये घटनाएं तालिबानी शासन का स्मरण कराती हैं।
उन्होंने कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के होते हुए भी महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय, अत्याचार और अपमान से सब महिलाएं अत्यंत व्यथित है। और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह से निवेदन करते है कि पश्चिम बंगाल में हुई सभी घटनाओं के पूरे मामलें में हस्तक्षेप करें तथा घटना की न्यायिक जाँच करवाएं। सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। साथ ही उन्होंने अनुरोध भी किया है कि पीड़ित महिलाओं के शारीरिक और मानसिक उपचार और उनके पुनर्वसन की प्रभावी व्यवस्था की जाए।
जिला संयोजिका कमलेश शर्मा ने कहा कि हम इस पूरे मामले की कठोर निंदा करते हैं और केंद्र सरकार से निवेदन करते है कि कृपया इस अत्यंत संवेदनशील स्थिति का संज्ञान लेते हुए शीघ्रातिशीघ्र आवश्यक कार्यवाही की जाए।
इस अवसर पर विमला ठाकुर, अनिता शर्मा, लता भारद्वाज, अनुपमा कंबोज, सुनिता कटोच सहित सैंकड़ों महिलाओं ने पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ हुए कुकृत्यों के विरुद्ध अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।