शिमला: वंचित समुदायों के बच्चों के लिए दूरगामी प्रभाव उत्पन्न करने की अपनी प्रतिबद्धता के साथ बायजूस के फ्लैगशिप सोशल इंपैक्ट अभियान एजुकेशन फॉर ऑल (ईएफए) के लॉन्च को एक साल पूरा हो गया है।पिछले एक साल में यह अभियान 26 राज्यों और 340 से ज्यादा जिलों में सभी को एक समान रूप व सरलता से टेक्नॉलॉजी आधारित शिक्षा प्रदान करके 3.4 मिलियन बच्चों को लाभान्वित कर चुका है।एक साल की इस उल्लेखनीय वर्षगांठ के अवसर पर बायजूस एजुकेशन फॉर ऑल ने अपने उद्देश्य में संशोधन कर 2025 तक 10 मिलियन बच्चों को उच्च गुणवत्ता की डिजिटल शिक्षा द्वारा सशक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है जबकि अभियान की शुरुआत में 5 मिलियन बच्चों का ही लक्ष्य तय किया गया था। अपने लॉन्च के बाद बायजूस एजुकेशन फॉर ऑल अपने एनजीओ पार्टनर्स द्वारा भारत में ग्रामीण इलाकों एवं शहरी झुग्गियों के बच्चों को बायजूस के फ्री स्ट्रीमिंग लाईसेंस उपलब्ध कराके पढ़ने का एक समान अवसर पाने में समर्थ बना रहा है।यह विद्यार्थियों को पर्याप्त साधन उपलब्ध कराके एवं डिजिटल लर्निंग का समावेशी परिवेश स्थापित करके देश में डिजिटल अंतर को दूर करने के उद्देश्य पर केंद्रित है। ईएफए एनजीओ पार्टनर्स एवं ऑन.ग्राउंड फैसिलिटेटर्स द्वारा विद्यार्थी अब अध्ययन के प्राथमिक साधन के रूप में बायजूस के ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं।इस प्रयास में बच्चों ने ऐप का इस्तेमाल कर काफी बड़ी संख्या में संलग्नता दर्ज की है।इसके अलावाए बायजूस के एजुकेशन फॉर ऑल कार्यक्रम की लगभग 50 प्रतिशत लाभार्थी लड़कियां हैं।
दिव्या गोकुलनाथ को.फाउंडर बायजूस ने कहा ईएफए का जन्म शिक्षा के परिवेश में एक समान अवसर उत्पन्न करने के हमारे सपने के साथ हुआ। जब यह कार्यक्रम शुरुआती चरण में था तभी पूरी दुनिया पर कोविड.19 महामारी का संकट छा गया और लाखों स्कूल बंद होने को मजबूर हो गए जिससे हमारी शिक्षा व्यवस्था के सामने बड़ी चुनौती उत्पन्न हो गई।हमारे टेक्नॉलॉजी पर केंद्रित शैक्षणिक टूल्स ने महामारी द्वारा उत्पन्न कमियों को दूर करने में मदद की।सामरिक एनजीओ पार्टनर्स के हमारे लगातार बढ़ते नेटवर्क द्वारा भारत के सबसे दूरदराज के इलाकों, जैसे उरी, हैलाखंडी, तिरप, बस्तर आदि में लाखों बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करते रहेंगे। बायजूस 112 जिलों के कक्षा 10 और11के 3000 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को नीट और जेईई की तैयारी के लिए उच्च.गुणवत्ता की टेस्ट प्रिपरेशन कोचिंग प्रदान करने के लिए नीति आयोग के साथ काम कर रहा है।