Tuesday, September 16, 2025
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राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था विकास के लिए जरूरी है नवाचार और बौद्धिक सम्पदा उत्पादन विषय पर एपी गोयल शिमला विवि ने आयोजित किया वेबिनार


शिमला : देश में राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था विकास के लिए नवाचार और बौद्धिक सम्पदा उत्पादन के अधिकार की जानकारी रखना तथा इस संबंध में नियमों का पालन करना जरुरी है। बुधवार को एपी गोयल शिमला विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. डॉ. रमेश कुमार चौधरी की अगुवाई में इसी विषय पर एक दिवसीय ऑनलाइन वेबिनार आयोजित किया गया जिसमें विश्विद्यालय के छात्रों, प्राध्यापकों सहित अन्य राज्यों के छात्रों ने भाग लिया। वेबिनार में सुवर्णा पांडेय और सेज विश्विद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. तुषार के. नाथ ने वेबिनार में बतौर नवाचार व बौद्धिक सम्पदा विषय-विशेषज्ञ शिरकत की। इस अवसर पर एपी गोयल शिमला विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश कुमार चौधरी ने वेबिनार में भाग लेने वाले छात्रों, शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में मैन-पॉवर व संसाधनों की कमी नहीं, जरूरत है नव-पीढ़ी, छात्रों सहित लोगों को जागरूक करने की ताकि वे नवाचार व बौद्धिक सम्पदा का देश हित व राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के विकास में उचित सहयोग कर सकें। विषय विशेषज्ञों ने अपनी राय सपष्ट करते हुए छात्रों को नवाचारों व बौद्धिक सम्पदा अधिकार, कानून से अवगत करवाया कि व्यापार व बौद्धिक संपदा दोनों अलग-अलग चीजें हैं परंतु इनके साथ नवाचारों को जोड़कर आधुनिक आर्थिक मंदी से गुज़र रही अर्थव्यवस्था को मजबूत कर विकास का नया मॉडल प्रशस्त होगा और आर्थिक रूप से भी आत्मनिर्भर होंगें।

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