शिमला : गुरुवार को एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी में एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया। साइबर पोलिसिंग का भविष्य और कॅरियर के नए अवसर वेबिमार का मुख्य विषय रहा जिसकी मेज़बानी एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी की ओर से कुलपति प्रो. डॉ. रमेश कुमार चौधरी ने की। वेबिनार में मध्यप्रदेश पुलिस रिफॉर्म्स विंग के डीजीपी डॉ. मैथलीशरण गुप्ता ने विशेष विषय विशेषज्ञ शिरकत की। वेबिनार में एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों, शिक्षकों सहित बड़ी संख्य में कई राज्यों के विद्यार्थियों ने वेबिनार में हिस्सा लिया। डीजीपी डॉ मैथलीशरण गुप्ता ने विद्यार्थियों और प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान युग डिजिटल टेक्नोलॉजी का है जिसके माध्यम से नए नवाचार और अनुसंधान कर विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर सुधार किया जा सकता है। डॉ मैथलीशरण गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आत्मनिर्भर भारत, डिजिटल भारत के नारे को तभी सही दिशा में तबदील किया जा सकता है जब भारतीय लोग साइबर तकनीक व डिजिटल तकनीक से पुलिस से लेकर कृषि तक इसका बेहतर प्रयोग करना सीख जाए। उन्होंने ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि स्मार्ट टेक्नोलॉजी से आधुनिक तकनीक वाले एप्प्स इज़ाद कर समाज को अपराध मुक्त किया जा सकता है परंतु इस दिशा में स्मार्ट इन्वेस्टिगेशन एप्प्स और लोगों के सहयोग से काबू पाया जा सकता है, यही नहीं पर्यावरण, खेती-बाड़ी को भी प्रदूषण मुक्त करने में कारगर सहयोग सिद्ध हो सकता है यदि युवाओं को इस ओर प्रेरित कर उन्हें सही तालीम दी जाए। इससे युवाओं को हर क्षेत्र में रोज़गार के सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे , साथ ही भारत साइबर व डिजिटल तकनीक के सहारे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी होगा और बढ़ते साइबर अपराधों सहित अन्य जघन्य अपराधों पर शत-प्रतिशत नुकेल कसी जा सकती है। डॉ. गुप्ता ने विद्यार्थियों को इस लाइन में शामिल होकर नए रिसर्च व नवाचार कर भारत को हर क्षेत्र में सक्षम, सुरक्षा, उत्पादन, स्वास्थ्य सेवा, कानूनी सेवा, विज्ञान, जैविक खेती , संचार और मानव संसाधन व पुनर्वास, वन संपदा, उपजाऊ भूमि को पुनः संवार कर प्रत्येक नागरिक को आत्मनिर्भर, भयमुक्त, सेहतमंद और अपराध मुक्त समाज में रच-बस कर भारत को अव्वल दर्जे का आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाया जा सकता है जिसमें युवाओं की अहम भूमिका निश्चित करनी होगी। एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. डॉ रमेश कुमार चौधरी ने विद्यार्थियों व प्रतिभागियों को संबोधित किया कि साइबर व डिजिटल तकनीक से कानून से लेकर सुरक्षा, ह्यूमन रिसोर्स, अपराध मुक्त समाज और प्रत्येक क्षेत्र में इसका इस्तेमाल कर भारत को एक श्रेष्ठ भारत, सुरक्षित भारत, स्वस्थ भारत और आत्मनिर्भर भारत और एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है। अगर युवाओं को इस दिशा में सही तालिम मिले तो यह संभव है। मध्य प्रदेश पुलिस का पुलिस रिफॉर्म्स विंग और एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी के बीच विद्यार्थियों की इंटर्नशिप, विभिन्न सुरक्षा रिसर्च प्रोजेक्टस व ट्रेनिंग को लेकर एक विज्ञापन समझौते पर भी एमओ साइन किया गया है ताकि विद्यार्थियों को कॅरियर संबंधी नए अवसर प्रदान किये जा सकें। एमओ पर एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी की ओर से कुलपति प्रो. रमेश चौधरी ने हस्ताक्षर किए वही मध्य प्रदेश पुलिस की ओर से डीजीपी डॉ. मैथलीशरण गुप्ता ने एमओ पर हस्ताक्षर किए हैं , यह जानकारी कुलपति चौधरी और डीजीपी गुप्ता ने वेबिनार के दौरान विद्यार्थियों व प्रतिभागियों को दी कि इस अवसर का लाभ उठायें।
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