शिमला, भारत ही नहीं दुनिया के तमाम देश कोरोना वायरस की दहशत के चलते लॉकडाउन से गुजर रहे हैं। इस लॉकडाउन से छात्रों की पढ़ाई पर भी असर पड़ा है। ऐसे में माता-पिता, अभिभावकों व शिक्षण संस्थानों के प्रबन्धकों, शिक्षकों को अपने बच्चों व छात्रों की पढ़ाई व कॅरियर को लेकर चिंतित होना स्वाभाविक है। ऐसे में, पढ़ाई की चिंता व कोरोना के तनाव से दूर रहने के लिए एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी ने शिक्षण-अधिगम व कॅरियर संबंधी सभी ऑनलाइन विकल्प सेवाएँ विषय-विशेषज्ञों की मद्द से पहले से ही उपलब्ध हैं जो कोरोना के चलते संकट में कारगर सिद्ध हो रही हैं।
एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो॰ डॉ॰ रमेश कुमार चौधरी ने कहा किशानदार कॅरियर को बनाने में जहाँ शिक्षण संस्थान का चुनाव महत्वपूर्ण है, वहीं सही कॅरियर विकल्प का चुनाव भी बहुत महत्वपूर्ण है। कुलपति चौधरी ने कहा कि अब जमाना ऑनलाइन व डिजिटल का आ गया है, ऑनलाइन माध्यम से संस्थानों व कार्यालयों के दैनिक काम हों चाहे पढ़ाई व काउंसलिंग सुगम ढंग से घर से किए जा सकते हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी द्वारा छात्रों की सहायता के लिए फोन पर, व्हट्सएप्प पर, यूट्यूब चैनल, ट्विटर,यूनिवर्सिटी स्टडी-सॉफ्टवेयर, प्रवेशएप्प, वैबसाइट व गूगल पर कॅरियर काउंसलिंग के लिए विशेष ऑनलाइन काउंसलिंग व प्रवेश सेल का गठन किया है। इस कॅरियर सेल का गठन 10वीं व 12वीं के बाद हायर स्टडीज़ के लिए जाने वाले छात्रों के लिए सही कॅरियर विकल्प चुनने में मद्द करना, उन्हें गाइड करना और उनके कोर्स को लेकर भविष्य में शानदार कॅरियर संभावनाओं जैसे प्लेसमेंट आदि से अवगत करवाना है। कुलपति प्रो॰ डॉ॰ रमेश कुमार चौधरी ने कहा कि एडवांस कम्प्यूटिंग, पत्रकारिता, फ़ैशन डिज़ाइनिंग, आर्किटैक्चर, वाणिज्य, इंजीनियरिंग, कानून, होटल मैनेजमेंट, प्रबंधन, कम्प्युटर एप्लिकेशन, मानविकी में योग-विज्ञान, क्लासिकल-संगीत, फिल्म-मेकिंग व थिएटर आर्ट्स और विज्ञान के विभिन्न संकायों सहित पीएचडी कोर्से में दाखिला लेने के इछुक छात्रों को उनकी अकादमिक क्वलिफ़िकेशन, पास पर्सेंटेज व प्रवेश परीक्षा में मेरिट के आधार के अनुसार सभी कोर्सीज में दाखिला लेने के लिए गाइड़ेंस, संबंधित क्षेत्र में प्लेसमेंट के बारे में विषय-विशेषज्ञों द्वारा गाइड किया जाएगा। साथ ही कुलपति चौधरी ने वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से छात्रों व शिक्षकों को संबोधित किया कि कोरोना वायरस को लेकर तनाव दूर करने के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से गठित टॉक-लाइफ हैल्थ सेवा की मद्द लेते रहें ताकि छात्र मानसिक रूप से मजबूत रहें और प्राध्यापकों द्वारा उपलब्ध कारवाई जा रही ऑनलाइन स्टडी सामग्री का मन लगाकर पढ़ाई करें। कुलपति चौधरी ने छात्रों व उनके परिवारजनों को इस समाजिक संकट की घड़ी में किसी भी प्रकार की समस्याआ एतो यूनिवर्सिटी प्रशासन सहायता के लिए तैयार है। उन्होंने एक बार फिर छात्रों को सचेत किया कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार के आदेशों व गाइडलाइन का अनुपालन करते रहें, अफवाहों से बचें, सोशल-डिस्टेन्स बनाएँ रखें और सरकार के अगले आदेश का इंतजार करें।