रेणुका गौतम
ITMS(Intelligent Traffic Management System) सिस्टम हिमाचल प्रदेश में पहली बार कुल्लू शहर में लगाया गया है।
कुल्लू पुलिस ने “मिशन ज़ीरो” के अन्तर्गत कुल्लू शहर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ करने के लिए व यातायात नियमों की पालना को बढ़ाने के लिए इस सिस्टम की शुरुआत की है जिसमें कुल्लू शहर के अंदर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर ट्रैफिक चालान ANPR सीसीटीवी कैमरे द्वारा किए जाएंगे जिसमें कैमरों द्वारा वाहन चालक की नंबर प्लेट को रीड करके चालक द्वारा किए गए
ट्रैफिक वॉयलेशन को रिकॉर्ड करके उसकी फोटो ,उस दिन की तारीख व समय के साथ सीधे कंट्रोल रूम को जाएगी जहां से चालान बनकर चालक के पते पर भेजा जाएगा जिसको चालक कुल्लू पुलिस थाना, ट्रैफिक कंट्रोल रूम,पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भुगतान कर सकते हैं। सात दिन के अंदर भुगतान न करने पर चालान न्यायालय में भेज दिया जाएगा।
ट्रैफिक चालान में तकनीकी उपयोग से हुमन इंटरवेंशन को कम किया जा सकेगा जिससे चालान सिस्टम में पारदर्शिता और सरलता भी आयेगी।चूंकि चालान कैमरों द्वारा होगा इससे ट्रेफिक पुलिसकर्मी व लोगों के बीच अच्छा सामंजस्य स्थापित होगा।इस सिस्टम से बिगड़ैल चालकों की रैश ड्राइविंग ,स्पीड बाइकिंग,बाइक स्टंट, हिट एंड रन व चेन स्नेचिंग जैसी घटनाएं 24*7 सर्विलांस पर रहेगी।इस सिस्टम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा चालान करना नहीं बल्कि लोगों में ट्रेफिक अनुशासन प्रेरित करना है।
शुरुआत के 15 दिनों में इस नए सिस्टम की जागरूकता के लिए इंटेंसिव कैंपेन चलाएं जाएंगे। ट्रेफिक वॉयलेशनस जैसे ओवरस्पीडिंग ,
बिना हेलमेट व ट्रिपल राइडिंग,
बिना सीटबेल्ट इत्यादि पर ज्यादा फोकस किया जाएगा।
कुल्लू शहर में बदह से रामशिला तक 40 की स्पीड से ज्यादा गाड़ी की स्पीड होने पर वॉयलेशन कैमरे द्वारा रिकॉर्ड हो जाएगा।इस क्षेत्र में जगह जगह पर स्पीड लिमिट के बोर्ड्स लगे हुए हैं।
किसी भी शहर की ट्रैफिक व्यवस्था वहां के सिविक ट्रैफिक सेंस को प्रदर्शित करती है। इसलिए कुल्लू पुलिस का सभी जिम्मेदार चालकों से अनुरोध है कि वे यातायात नियमों का पालन करके कुल्लू शहर को ट्रैफिक चालान मुक्त शहर बनाने में अपना सहयोग दें।और शहर में अनुशासित ट्रेफिक चलाने में भागीदारी निभाएं।हम विकसित देशों के सेंसिबल ट्रेफिक की बात करते हैं,तो फिर आइए इसकी शुरुआत हम अपने शहर से करें।