रेणुका गौतम, कुल्लू : मंगलवार को सूत्रधार कला संगम कुल्लू के कोर कमेटी की बैठक संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन की अध्यक्षता में सूत्रधार भवन के कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन ने बतलाया कि संस्था का मूल उदेश्य उभरती हुई युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना, समाज सेवा तथा अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण करना है।
इन्हीं प्रयासों के अंतर्गत संस्था द्वारा अपने सूत्रधार भवन में वर्ष 2005 से नृत्य व संगीत अकादमी निरंतर रूप से चलाई जा रही है, जिसमें पं० विद्यासागर बतौर संगीत प्राचार्य प्रशिक्षुओं को शास्त्रीय गायन, वादन, नृत्य (कत्थक) व लोक कलाओं की शिक्षा निरंतर प्रदान कर रहे। पं० विद्यासागर द्वारा तराशे गये शिष्य अनेक बार राज्य व राष्ट्रीय पटल पर हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित कर चुके है। संस्था द्वारा निरंतर 5 दशकों से युवा शक्ति को कला संस्कृति के माध्यम से जोड़ कर उन्हें सृजनात्मक कार्यों में संलिप्त किया गया है, ताकि वे कला-निपुण होने के साथ-साथ समाज में व्याप्त दुर्व्यसनों से भी बचे रहें। संस्था द्वारा हर वर्ष की भान्ति इस बार भी गुरू पूर्णिमा के शुभ अवसर पर 20वें सूत्रधार गुरू पूर्णिमा महोत्सव दिनांक 10 जुलाई 2025 गुरूवार को सायं 04:00 बजे से रात्रि 09:30 बजे तक देव सदन कुल्लू के सभागार में किया जाना निश्चित हुआ है। गुरू पूर्णिमा जो ऋषि वेद व्यास जी को समर्पित गुरू और शिष्य के पवित्र संबंध का प्रतीक है।
इस दिन शिष्य अपने गुरू के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उनके ज्ञान और मार्गदर्शन के लिए उनका सम्मान करते हैं। गुरू पूर्णिमा भारत में अपने आध्यात्मिक गुरू के साथ-साथ अकादमिक गुरूओं के सम्मान में उनके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए मनाया जाने वाला पर्व है।
इस बैठक को लेकर जानकारी देते हुए दिनेश सेन ने बताया कि इसी कड़ी में सूत्रधार संगीत अकादमी के प्रशिक्षु भी अपने गुरू पं० विद्यासागर के सम्मान में समर्पित इस 20वें सूत्रधार गुरू पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन करेंगें, जिसमें गीत-संगीत व नृत्य की प्रस्तुतियां रहेंगी। यह संगीतमयी कार्यक्रम सभी संगीत प्रेमियों व आम जनमानस के स्वस्थ मनोरंजन हेतु निशुल्क रहेगा। कार्यक्रम में विजय सेन समाजसेवी व प्रबंध निदेशक देवधाम मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करेंगे ।
इस बैठक में संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन सहित उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, महासचिव अतुल गुप्ता, वित्त सचिव जोगेंद्र ठाकुर, भण्डार प्रभारी तिलक राज चौधरी, प्राचार्य संगीत अकादमी पं० विद्या सागर तथा प्रबन्धक उत्तम चन्द उपस्थित रहे ।