ग्रामीणों ने मालाओं के साथ किया चिकित्सकों का स्वागत
रविवार को जिला शिमला के ऊपरी इलाके के रोहड़ू उपमंडल के तांगणू गांव में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में IGMC शिमला के विशेषज्ञ चिकित्सकों क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ्य जांच की. शिविर पंडार गिरी सेवा भाव समिति द्वारा आयोजित किया गया था. इसमें क्षेत्र के लोगों को मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गईं. शिविर में IGMC शिमला से एसोसिएट प्रोफेसर सर्जन डॉ. सतीश कुमार के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक पहुंचे. इस दौरान ग्रामीणों ने चिकित्सक दल का स्वागत मालाओं के साथ किया. विशेषज्ञ चिकित्सकों ने आम जन की स्वास्थ्य जांच की और उन्हें आवश्यक परामर्श दिए. शिविर में विशेष रूप से बुजुर्गों की बड़ी संख्या में भागीदारी देखी गई, जो इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है.यह शिविर तांगणू गांव और आसपास के क्षेत्र वासियों के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ. विशेष रूप बुजुर्ग और ग्रामीण महिलाएं जो अपनी समस्याओं को अनदेखा कर रहे थे. शिविर में रक्तचाप, मधुमेह, हड्डी एवं जोड़ों की समस्याओं और सामान्य स्वास्थ्य से संबंधित अन्य परीक्षण किए गए.
डॉ. सतीश कुमार ने कहा, “तांगणू रोहडू का एक दुर्गम क्षेत्र है, जहां स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सीमित है. ऐसे में पंडार गिरी सेवा भाव समिति का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है. उन्होंने समिति को इस शिविर के आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पहल न केवल स्थानीय समुदाय को लाभान्वित करती है, बल्कि दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा के प्रति जागरूकता भी बढ़ाती है. डॉ. सतीश कुमार ने IGMC शिमला के सहयोगी चिकित्सकों की टीम का भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि अपने व्यस्त समय से समय निकालकर सभी विभागों के चिकित्सकों ने इस शिविर को सफल बनाया. उन्होंने बताया कि इस तरह के शिविर न केवल स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान में मदद करते हैं, बल्कि समय पर उपचार उपलब्ध कराने में भी सहायक होते हैं।
इस अवसर पर पंडार गिरी सेवा भाव समिति के पदाधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और शिविर की व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने में योगदान दिया। समिति ने भविष्य में भी इस प्रकार के शिविरों का आयोजन जारी रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है.पंडार गिरी सेवा भाव समिति का यह प्रयास समुदाय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और चिकित्सा सेवाओं को सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।