हिमाचल सरकार ने गुडिय़ा मामले से जुड़े सूरज हत्याकांड के आरोपी आईजी जहूर हैदर जैदी को दिया है। आईजी जैदी को पूर्व की सरकार ने 15 जनवरी 2020 को सस्पेंड किया था। अब तीन साल बाद राज्य की कांगे्रस सरकार ने
आईजी जैदी को बहाल किया है । सरकार के गृह विभाग की तरफ से शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। सरकार के आदेशो के मुताबिक आईजी जहूर हैदर जैदी पुलिस मुख्यालय शिमला में रिपोर्ट करेंगे और उनकी तैनाती के आदेश अलग से जारी किए जाएंगे।
बता दे कि शिमला जिला के कोटखाई में 4 जुलाई 2017 को 16 वर्षीय एक छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी। छात्रा का शव 6 जुलाई को कोटखाई के तांदी के जंगल में निर्वस्त्र हालत में मिला था । पुलिस की जांच में छात्रा से दुष्कर्म के बाद हत्या होने की बात सामने आई थी। इस मामले की जांच के लिए शिमला के तत्कालीन आईजी जहूर हैदर जैदी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई। एसआईटी ने इस मामले में एक स्थानीय युवक सहित छह
लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक नेपाली युवक सूरज की कोटखाई थाने में पुलिस हिरासत के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया। जांच में सीबीआई ने पाया कि आरोपी सूरज की मौत पूछताछ के दौरान पुलिस द्वारा प्रताडि़त करने से हुई थी। इसके आधार पर सीबीआई ने आरोपी जैदी सहित 9 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज
कर उनको गिरफ्तार कर लिया था। बाद में यह केस चंडीगढ़ सीबीआई कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया था। वर्ष 2017 से चंडीगढ़ जिला अदालत स्थित विशेष सीबीआई अदालत में इस केस की सुनवाई हो रही है।