अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने महिलाओं के साथ हो रहे जघन्य अपराधों पर भाजपा पर ताबड़तोड़ हमले किए है। उन्होंने कुल्लू जिले के मनाली में दो वर्षीय मासूम के साथ हुए जघन्य अपराध को लेकर भाजपा को आड़े हाथ लिया और कहा कि भाजपा राज में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। गुजरात का जिक्र करते हुए उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार को भी घेरा और आरोप लगाया कि भाजपा दुराचारियों के बल पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने वहां दुराचार के दोषी पाए गए 11 लोगों को छोड़े जाने की घटना को महिलाओं को अपमान करार दिया और कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही है और करती रहेगी, क्योंकि कांग्रेस ने यह चुनावी नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्म सम्मान और उनकी सुरक्षा का मामला है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों को लेकर कांग्रेस की जीरो टालरेंस की नीति है।
श्रीनेत ने आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कुल्लू जिले के मनाली में 2 वर्षीय मासूम के साथ हुए जघन्य अपराध उन्हें काफी विचलित किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना से साफ है कि इस भाजपा शासित इस राज्य में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। क्योंकि कुछ दिन पहले एक महिला का जला हुआ शव बरामद होता है और नेरवा में घास काटने गई महिला का शव पेड़ पर टंगा हुआ मिलता है। उन्होंने कहा कि ये घटनाएं विचलित करने वाली हैं और इस पर कांग्रेस चुप बैठकर नहीं रह सकती। उन्होंने कहा कि 2017 में गुड़िया प्रकरण के बाद भाजपा ने गुड़िया हैल्पलाइन स्थापित की और इस पर 8500 शिकायतें दर्ज हुई है, लेकिन किसी पर भी रतीभर कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का दंभ भरने वाली भाजपा की केंद्र और हिमाचल सरकार के नेताओं के मुंह से मनाली की घटना पर दो शब्द भी नहीं निकले।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा शासित कई राज्यों में महिलाओं के साथ कई जघन्य अपराध हुए हैं। पड़ोसी उत्तराखंड में एक भाजपा नेता के होटल में एक युवती को जबरन जिस्मफरोशी के दलदल में धकेला जा रहा था और मना करने पर नेता पुत्र ने उसकी हत्या कर दी और वहां की सरकार और प्रशासन ने होटल पर बुलडोजर चलाकर सारे सबूत नष्ट कर दिए। उन्होंने उत्तर प्रदेशऑ के हाथरस, उन्नाव, लखीमपुर और त्रिपुरा में महिलाओं के घटी भवावह घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने आरोपियों को बचाने का कार्य किया है और पीड़ित को कोई न्याय नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि लखीमपुर में भाजपा नेता एक औरत का चीरहरण करते हैं और कोई कार्रवाई नहीं होती है।
सुप्रिया श्रीनेत ने हरियाणा सरकार द्वारा राम रहीम को पेरोल पर छोड़े जाने पर भी हमला बोला और कहा कि हिमाचल के एक मंत्री उनसे वोट के रूप में आशीर्वाद मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि कठुआ में दुराचार करने वालों के समर्थन में प्रदर्शन होते हैं और कोई कार्रवाई नहीं होती है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और खासकर भाजपा की नेत्रियों से पूछा कि वे ऐसी घटनाओं पर क्या कर रही हैं। उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि दुराचार करने वालों को सरकार और प्रशान से संरक्षण दिया जा रहा है और इससे उनके हौसले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दुराचार के मामलों पर राजनीति के खिलाफ हैं, लेकिन विपक्ष के नाते उन्हें इन मामलों पर बोलना पड़ता है, ताकि सरकार दोषियों पर ठोस कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की चिंता बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा की है और इसके लिए सरकार से कार्रवाई के लिए दबाव डालना उनका दायित्व है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि उन्होंने भारत जोड़ यात्रा की तस्वीरें देखी हैं, जिसमें बच्चियां, माताएं और बहने राहुल गांधी का हाथ पकड़ कर चल रही हैं। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है, जब वे खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं।
राहुल गांधी दुष्प्रचार मंत्रालय का गठन करे केंद्र और स्मृति ईरानी को दे इसका जिम्मा
सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनका ध्यान अपने मंत्रालयों पर नहीं है, बल्कि राहुल गांधी पर ही है। महिला व बाल विकास का मंत्रालय मिलने के बाद भी वह महिलाओं के साथ हो रहे दुराचार की घटनाओं पर मौन रहती हैं। उन्होंने कहा कि स्मृति ईरानी केवल राहुल गांधी के खिलाफ ही दुष्प्रचार करती हैं। इसलिए केंद्र सरकार को राहुल गांधी दुष्प्रचार मंत्रालय बनाना चाहिए और इसका मंत्री स्मृति ईरानी को बनाना चाहिए, ताकि वह खुल कर कोई काम कर सके।
मंदिर सबके, भाजपा नेताओं की जागीर नहीं
भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर मंदिरों की राजनीति करन के आरोप पर श्रीनेत ने कहा कि मंदिर सबके हैं और वे केवल भाजपा नेताओं की जागीर नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भाजपा अपने पांच साल का रिपोर्ट कार्ड नहीं दे रही। वह केवल इधर-उधर की बात कर मुद्दों से जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है, लेकिन जनता इनके झांसे में आने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के पास की सरकार के काम गिनाने को नहीं है। इसलिए वे कांग्रेस के नेताओं पर ही बोलते हैं।
इस मौके पर कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा कि मनाली में हुई घटना को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने महिला कांग्रेस की राज्य इकाई से पीड़ित बच्ची के परिजनों से संपर्क कर हर संभव मदद करने को कहा है। उन्होंने कहा कि वहां से जो सूचना मिली है, उसके मुताबिक पीड़ित बच्ची का मनाली में इलाज नहीं हुआ और वहां से उसे कुल्लू भेजा गया। कुल्लू पहुंचने के बाद डाक्टरों ने उसे पीजीआई रैफर कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस घटना में जो भी दोषी होंगे, उन्हें सजा दिलाने को कांग्रेस पूरी ताकत लगाएगी। उन्होंने इस घटना पर भाजपा नेताओं के संवेदना के दो शब्द न आने पर भी दुख जताया।