शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान IGMC में अस्पताल आने वाले मरीजों और तीमारदारों के साथ सेवा के नाम पर गोरख धंधा चल रहा है।जिसका सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। मरीजों और तीमारदारों के साथ हो रहे इस गोरख धंधे में वे लोग संलिप्त हैं जो सेवा का ढोंग रच रहे हैं। सेवा के नाम पर प्रशासन के नाक तले हो रही लूट घसूट को लेकर आम आदमी पार्टी ने सरकार पर हमला बोला है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने आईजीएमसी में सेवा के नाम पर हो रही लूट पर सवालिया प्रशन खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि पहले सरकार एक व्यक्ति विशेष को वहां से निकलती है उसके बाद बिजली, पानी के कनेक्शन को कटवाती है। जो सही मायने में सेवा कर रहा था और दूसरी ओर एक व्यक्ति विशेष भाजपा से संबंध रखने वाले को वह जगह निशुल्क देती है जो सेवा के नाम पर सरेआम लूट मचा रहा है। लेकिन मंत्री और आईजीएमसी प्रशासन ने जगह देते वक्त जनता को कहा कि गरीब लोगों को जो इलाज के लिए पूरे प्रदेश से यहां आते हैं रहने और खाने को मुफ्त दिया जाएगा। लेकिन सचाई ये है कि सराय में रहने के नाम पर प्रति व्यक्ति 200 शुल्क लिया जा रहा है जिससे गरीब और पीड़ित लोगों को आर्थिक बोझ के तले दबा रहा है। सेवा के नाम पर चल रहे इस लूट घसूट के पीछे मिलीभगत प्रशासन की है।जो सीधे उस व्यक्ति को फायदा पहुंचा रही है। उन्होंने इस मामले पर सीधे सरकार को घेरते हुए कहा कि ये गोरख धंधा सरकार की मिली भगत के बिना नहीं हो सकता। सरकार स्पष्ट करे क्यों ऐसे लुटेरों को संरक्षण दिया जा रहा है और ये पैसा किस किस में बंट रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ आईजीएमसी की हालत बेहद खराब है जहां आए दिनों न तो टेस्ट हों रहे न मरीजों को दवाईयां मिलती हैं। सिटी स्कैन आए दिनों खराब रहती है और मरीज को रिपन अस्पताल और निजी लैब में भेजा जा रहा है जहां तीन गुणा दाम वसूले जा रहे हैं। ये सब सरकार के नाक तले हो रहा है लेकिन सरकार और मंत्री मूक दर्शक बने हुए हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा निशुल्क स्वास्थ की बात करती है। लेकिन प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल खत्म हो गई है।उन्होंने मांग की है कि सरकार आईजीएमसी में सेवा के नाम पर हो रहे गोरख धंधे को तुरंत बंद करवाए और ऐसे व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई करे।