शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने पांचवें बजट में सभी वर्गों विशेषकर किसान, बागवान, श्रमिक, युवा, महिला और गरीब वर्ग का ध्यान रखा है। हिमाचल किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री संजीव देष्टा और जिला अध्यक्ष संजीव चौहान पिंकू ने इस बजट का स्वागत किया है। यहां जारी संयुक्त बयान में उन्होंने कहा कि यह बजट मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की दूरगामी सोच का परिणाम है। इस बजट में स्पष्ट तौर पर गरीब वर्ग का ध्यान रखा गया है। कृषि प्रधान राज्य हिमाचल के किसानों और बागवानों को विशेष रियायत देने की घोषणा से उनकी आय दोगुनी करने में सहायता मिलेगी।
देष्टा ने कहा कि वृद्धा अवस्था पैंशन की पात्रता के लिए 60 वर्ष की आयु से उपर के प्रत्येक व्यक्ति के लिए आय सीमा को समाप्त करना अत्यंत शानदार और ऐतिहासिक कदम है। वर्ष 2022-23 में सामाजिक सुरक्षा पैंशन योजना का लाभ 7.50 लाख लोग ले पाएंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आंगनबाड़ी, आशा वर्कर, पंचायत चौकीदार, राजस्व चौकीदार, नंबरदार, वाटर कैरियर, मल्टी पपर्ज वर्कर, पैरा पंप और फिटर, दिहाड़ीदारों की दिहाड़ी में बढ़ोतरी का निर्णय भी सराहनीय है।
साथ ही आउट सोर्स कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 10,500 करने की घोषणा, पंचायती राज प्रतिनिधियों के मानदेय बढ़ाना, जिला परिषद अध्यक्ष एवं मेम्बर, बीडीसी अध्यक्ष और मेम्बर के मानदेय बढ़ाना, प्रधान, उपप्रधान, वार्ड मैम्बर का मानदेय बढ़ाना, महापौर नगर निगम अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नगर परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और वार्ड सदस्यों के मानदेय में आशातीत वृद्धि की गई है। अर्थात यह गरीब कल्याण का बजट है, किसान, बागवान, युवा और महिला विकास का बजट है। कुल मिलाकर यह कहना गलत नहीं होगा कि यह बजट प्रदेश के मूलभूत ढांचे को सुदृढ़ करने वाला बजट है।