युवक ने 112 पर कॉल कर दी बर्फ में फसें होने की सूचना
गोहर (मंडी): उपमण्डल करसोग का एक युवक सोमवार को मां शिकारी माता के दर्शन करने के लिए बखरोट से होते हुए शिकारी मन्दिर के लिए अकेला ही पेदल निकल गया । लेकिन रास्ता भटकने से युवक रायगढ़ पहुंच गया व वहां से मंदिर के लिए आगे बढ़ा तो मंदिर से लगभग 4 सौ मीटर पीछे भारी बर्फ के कारण मंदिर तक नही पहुंच पाया बर्फ में फंसता देख युवक ने आपात काल सेवा 112 पर बर्फ में फंसे होने की सूचना दी जिसपर जंजैहली पुलिस ने तुरंत हेड कॉन्स्टेबल तरुण कुमार के नेतृत्व में 6 सदस्यीय रेस्क्यू दल तैयार कर मौके के लिए स्थानीय प्रशासन व लोकनिर्माण की मदद से रवाना किया । रेस्क्यू दल रायगढ़ तक गाड़ी में पहुंचे। लेकिन उसके आगे भारी बर्फ होने के चलते रेसकियूं दल ने पैदल सफर कर युवक को रात्रि लगभग 2 बजे सुरक्षित निकाला ।
युवक का 2 बजे तक फोन पर होंसला भड़ाती रही पुलिस ताकि युवक हिमत न हार पाए । 2 बजे सुरक्षित निकालने के बाद युवक को सुबह के वख्त रायगढ़ पहुंचाया गया जिसे प्राथमिक उपचार के लिए जंजैहली अस्पताल ले जाया गया ।
युवक शिमला में बीए की पढाई कर रहा है व अपनी कजन के साथ रहता है कॉलेज में छुटियाँ होने के कारण 2 दिन पहले ही घर आया था युवक के परिजन रिश्तेदारी में गए हुए थे युवक के पिता हिमाचल पथ परिवहन निगम में चालक के पद पर तैनात है । परिजनों को युवक के शिकारी जाने की जानकारी नही थी ।
डीसीपी करसोग गीतांजली ठाकुर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि एक युवक के शिकारी देवी के समीप बर्फ में फसें होने की सूचना 112 के माध्यम से शाम लगभग साढ़े 7 बजे प्राप्त हुई थी जिसे जंजैहली पुलिस रेसकियूं दल ने रात करीब 2 बजे सुरक्षित निकाला । युवक की नरेन्द्र कुमार पुत्र इंद्रजीत सिंह चुराग करसोग का रहने वाला है जो कि कॉलेज में पढ़ता है।
एसडीएम थुनाग पारस अग्रवाल
माँ शिकारी माता मंदिर पहाड़ों के बीच में होने के कारण मन्दिर तक पहुंचने के लिए बहुत सारे पैदल रास्ते है युवक करसोग से पैदल जंगल के रास्ते से ट्रेकिंग करता हुआ जा रहा था युवक ने ट्रेकिंग का पूरा समान व खाना डाल रखा था सर्दियों में बर्फबारी होने से प्रशासनिक तौर पर मन्दिर जाने की मनाही है और मुख्य रास्ते बर्फबारी के कारण बन्द पड़े है।