चंबा: जन संघर्ष समिति देहरा द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीण समस्याओं को सामने रखा गया जिसके अंतर्गत उन्होंने जिओ टाबर 9061को जल्द से जल्द ठीक करने की मांग की उन्होंने कहा की आज मल्टी मीडिया का जमाना हैं और ऐसे दौर के अंदर सभी कार्य ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से हो रहे है। इस कोविड के दौर में सभी छात्रों की कक्षाएं ऑनलाइन मोड़ से लग रही हैं लेकिन देहरा पंचायत के सभी बच्चे शिक्षा से वंचित रह रहे है।
इस क्षेत्र में अभी हाल ही में जिओ की साइट 9061 डेवेलप की है वो न के बराबर है। इससे न तो इंटरनेट चल पाता हैं और न ही बात कर पाते है। यहां ग्रामीणों के साथ बहुत बड़ा नेटवर्क के नाम से धोखा किया गया हैं।
उन्होंने कहा कि वे खुले तौर पर कंपनी को चेताना चाहते है 20 दिनों के अंदर यदि कंपनी की औऱ से कोई भी बात करने नही आता हैं तो साइट बन्द कर देंगे क्योंकि कंपनी की साइट तो चल रही हैं वो तो पैसा कमा रही है लेकिन यहां के लोगो को उसका कोई फायदा नही मिल पा रहा हैं। साइट बन्द से जो भी नुकसान होगा वो कंपनी की अपनी जिम्मेदारी होगी
2.) स्थानीय स्कूल्स के सभी रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाए।
शिक्षा की बात करे तो अधिकतर स्कूलों में कर्मचारियों के पद रिक्त पड़े हैं और राजकीय प्राथमिक पाठशाला धार में एक ही अध्यापक हैं और उन पे पूरा भार हैं। सवाल यह उठता है कि वो बच्चों को पढ़ाये कि उनके परीक्षा परिणाम बनाए?
दूसरी ओर राजकीय प्राथमिक पाठशाला देहरा में अपना भवन तक नही हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चांजु में साइंस संकाय तक नही है।
3.) ग्राम पंचायत देहरा के दंतुही औऱ मौरा बिजली लाइन में लगे सभी लकड़ी के पोल ओर क्रेट तार को बदला जाए।
जिला चम्बा की सबसे लास्ट पंचायत के लास्ट गाँव दंतुही औऱ मौरा मे आज भी लोंगो को लाइट के साथ दिया जलाना पड़ता हैं क्योंकि वहाँ पर अधिकतर पोल लकड़ी के लगे हैं औऱ क्रेट तार लगी हैं जिसके कारण बिजली पूरी नही हो पाती है। आज के मशीनी युग में वो किसी भी प्रकार की मशीनों का उपयोग नही कर पाते है और मुफ्त में बिजली का बिल ईमानदारी से देते है। कई बार मौखिक रूप से जेई से बात की लेकिन उनकी ओऱ कोई सकारात्मक पहल नही की गई है।
4.) ग्राम पंचायत चांजू में पंचायत के मात्र 30 मीटर दूरी पर ट्रांसफार्मर हैं उसका पोल टूटा हुआ है और उसका स्विच खराब है वहाँ पर एक हादसा होने के बाद भी उसे आज तक ठीक नही किया गया है अतः उसे तुरंत ठीक किया जाए।
5.) क्षेत्र में कोई बैंक की सुविधा नही है जिसके चलते लोगो को अपने गांव से लगभग 65 से 70 किलोमीटर दूर जना पड़ता हैं अतः क्षेत्र में किसी बैंक की शाखा को खोला जाना चाहिए।
6.) ग्राम पंचायत देहरा ओर ग्राम पंचायत चांजू में प्राथमिक उपचार केंद्र खोले जाए।
क्षेत्र में स्वास्थ्य उपचार की कोई सुविधा नही है। भूगोलिक परिस्थितियों की बात करे तो यहाँ पर भारी हिमपात होता हैं। साल के लगभग 4 महीने पूरी वेली बर्फ से ढकी रहती है और दो पंचायतों के लोगो को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। पिछले दिनों में भी एक व्यक्ति की अचानक तबियत खराब हुई लेकिन स्वास्थ्य उपचार केंद्र न होंने के कारण उन्हें 2 फ़ीट बर्फ में उपचार के लिये चम्बा ले जाना पड़ा।
इन सभी समस्याओं के समाधान की प्राइम रिस्पांसिबिलिटी प्रदेश सरकार की है लेकिन सरकार इन समस्याओं पर नकारात्मक रवैया अपनाए हुए है जिस कारण लोगों को आंदोलन का रुख करना पड़ रहा है और आने वाले समय मे इसके जो भी परिणाम होंगे उसकी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होगी।