शिमला: हिमाचल परिवहन निगम के एक चालक ने प्रबंधन के अधिकारी पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए है और प्रदेश सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। शिमला तारा देवी डिपु में चालक मोहिंदर कुमार ने बेवजह उनका वेतन काटने ओर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए है । उन्होंने कहा कि आरएम और जगदीप सिंह उन्हें बेवजह प्रताड़ित कर रहे हैं ओर नौकरी करना सीखने की धमकी दे रहे है। मोहिंदर ने कहा कि 18 सिंतम्बर को वे शिमला से पाहल मंदिर बस लेकर गए थे और उनकी अचानक तबियत खराब हो गई और वे इलाज करवाने रिपन अस्पताल आए ओर तीन दिन की छुट्टी ली और 21 सिंतम्बर को दोबारा से डियूटी जॉइन की। लेकिन उनका तीन दिन का वेतन काट दिया गया और जब कारण पूछा तो तीन दिन डियूटी पर न आने की वजह से वेतन काटने की बात कही गई। जबकि उनके द्वारा छुट्टी की सूचना दी गई थी । उसके बावजूद उनका वेतन काटा गया।
उनके साथ इस तरह के व्यवहार को लेकर hrtc निदेशक को पत्र भी लिखा गया । लेकिन वहां से भी कोई जवाब न मिलने के कारण अधिकारियों द्वारा उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब वे कोरोना का टीका लगाने गए तो उनके द्वारा उस समय भी दिमाग ठीक करवाने का टीका लगाने की बात कही गई। यही नही उनसे ही बसों को भी धुलाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि उनकी माँ पैरालाइज की मरीज है और 2012 में ब्रेनहेमरेज भी हुआ था और वे घर में एक ही सदस्य है जो कमाते है। उन्होंने उच्च अधिकारियों और सरकार से ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की।