- 2017 में अपना आखिरी चुनाव बता चुके कौल अब कर रहे 2022 की तैयारी
-मंडी सीट पर हार सुनिश्चत देख चुनाव लड़ने से भी पीछे हटे कौल सिंह
-कांग्रेस के पास नहीं हैं चुनाव लड़ने के लिए कोई भी मुद्दा
-भाजपा के सशक्त उम्मीदवारों के आगे चित हो गई कांग्रेस
-चारों सीटों पर भाजपा की जीत तय
शिमला।। प्रदेश में हो रहे उपचुनावों के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस नेताओं की ओर से दिए जाने रहे बयानों पर भारतीय जनता पार्टी ने आक्रामक रूख अपना लिया है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री राकेश जम्वाल ने कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर से पूछा कि आप आठ बार विधायक और मंत्री के पद पर रहे तो मंडी जिले के विकास में कितना योगदान दिया। मंडी छोड़िए, आपने तो अपने इलाके द्रंग के लिए भी कुछ नहीं किया।
जम्वाल ने कहा कि जब से प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी है, मंडी ही नहीं, पूरे हिमाचल में करोडों के विकास कार्य किए गए हैं। कौल सिंह ठाकुर के क्षेत्र में ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 270 करोड़ रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों के उद्घाटन और शिलान्यास किए हैं।
कौल सिंह कहते हैं कि नेरचौक मेडिकल कॉलेज उनकी देन है। यह हंसी की बात है क्योंकि जब कौल सिंह स्वास्थ्य मंत्री थे तो केंद्र की कांग्रेस सरकार ने चुनाव घोषणा के ठीक आधे घंटे पहले बिना स्वास्थ्य सुविधाओं और स्टाफ के अधूरे भवन का उद्घाटन कर दिया। यह तो जयराम सरकार ने यहां पर भवन का निर्माण कार्य पूरा इलाज की व्यवस्था की। अब जब सब सही चल रहा है तो कौल सिंह उसका क्रेडिट लेने आ गए हैं।
भाजपा नेता जम्वाल ने कहा, अगर मंडी में विकास न हुआ होता तो कांग्रेस के नेताओं में इस मुद्दे को भुनाकर संसदीय उपचुनाव में उतरने की होड़ मची होती। लेकिन वे जानते हैं कि जनता के बीच जाएंगे तो उनके पास कोई मुद्दा नहीं होगा। यही वजह है कि मंडी संसदीय सीट पर कांग्रेस की हार सुनिश्चित देख कौल सिंह ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
राकेश जम्वाल ने कहा कि नैतिकता और ईमानदारी का सबक देने से पहले कौल सिंह और कांग्रेस के नेताओं को अपने गिरेबाब में झांक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय कौल सिंह ठाकुर का ऑडियो लीक होने से प्रदेश की राजनीति को भी शर्मसार होना पड़ा। कौल सिंह वकील रहे हैं मगर उन्होंने कभी इस ऑडियो को लेकर सच सामने नहीं रखा और अगर ये ऑडियो गलत था तो उन्होंने कभी इसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
जम्वाल ने कहा कि कौल सिंह ने 2017 के हिमाचल विधानसभा चुनाव में कहा था कि वह अपना आखिरी चुनाव लड़ रहे हैं। फिर उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में लड़ने से इनकार कर दिया। लेकिन अब लोकभा उपचुनावों के दौरान कहा कि वह 2022 में आखिरी चुनाव लड़ेंगे। कौल सिंह बताएं कि वह कितनी बार अपना आखिरी चुनाव लड़ेंगे?
‘अपना कुनबा संभाले कांग्रेस’
भाजपा के प्रदेश महानमंत्री राकेश जम्वाल ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर और कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को अपने कुनबे को संभालने की नसीहत दी है। तीनों कांग्रेसी नेताओं द्वारा भाजपा प्रत्याशियों को कमजोर कहे जाने पर भाजपा नेता ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने खास कर मुकेश अग्निहोत्री और कौल सिंह ठाकुर को 2022 के चुनाव की चिंता छोड़ चार उपचुनावों में लाज बचाने की चुनौती दी है। उन्होंने राठौर को भाजपा की चिंता छोड़ अपनी कुर्सी बचाने की नसीहत भी दी।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस के पास चुनाव लड़ने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं हैं। भाजपा के सशक्त प्रत्याशियों को देख कुलदीप सिंह राठौर, कौल सिंह ठाकुर और मुकेश अग्निहोत्री समेत सभी कांग्रेस नेताओं की चिंता का माहौल है। हमारे उम्मीदवारों के आगे कांग्रेस चारों खाने चित हो गई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के हर क्षेत्र में चहुंमुखी विकास किया है और इसी के दम पर चुनाव लड़कर भाजपा चारों सीटों पर जीत हासिल करेगी।