मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत-अमेरीका व्यापार परिषद् की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्यवर्धक जलवायु, प्रदूषण मुक्त वातावरण तथा प्रचूर और निर्बाध बिजली की आपूर्ति हिमाचल प्रदेश को विश्व की नामी कंपनियों के लिए भी निवेश का एक पसंदीदा गंतव्य बनाती है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर्ज मीट का आयोजन किया, जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। इस निवेशक सम्मेलन में विश्वभर के उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल हुए और राज्य में निवेश करने में गहरी रूचि दिखाई। इस सम्मेलन में एक लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए गए तथा सम्मेलन के तीन माह के भीतर ही 13 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी ने राज्य सरकार के प्रयासों को प्रभावित किया है। हालांकि इस संकट के बावजूद राज्य के फार्मा उद्योग द्वारा बनाई गई हाईड्रोक्सीेक्लोरोक्वीन दवा ने न केवल देश की आवश्यकताओं को पूरा किया है, बल्कि इसका निर्यात संयुक्त राज्य अमेरीका सहित कई अन्य देशों को भी किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उद्योगपतियों को कई सुविधाएं प्रदान कर रही है, क्योंकि राज्य में खाद्य प्रसंस्करण और निर्माण क्षेत्रांे में निवेश की व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री ने भारत-अमेरीका व्यापार परिषद् द्वारा इस अभूतपूर्व समय में निभाई गई भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि परिषद् ने समय रहते किए गए हस्तक्षेप से प्रदेशों पर ध्यान वापिस केंद्रित होने के साथ-साथ अमेरीकी कंपनियांे द्वारा निवेश योजनाओं पर विचार तथा व्यापार समुदाय के साथ वार्तालाप अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुए हैं।
भारत-अमेरीका व्यापार परिषद् की प्रबन्ध निदेशक अम्बिका शर्मा ने एफएमसीजी, प्रौद्योगिकी, कृषि, ऊर्जा और स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्रों में प्रदेश सरकार के साथ निवेश को प्रोत्साहन और व्यवसाय विकास के लिए कार्यनीति तैयार करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ परिषद् की लम्बे समय से संबद्धता रही है और हम प्रदेश सरकार के साथ कार्य करने के इच्छुक हैं।
परिषद के प्रतिनिधियों ने इस अवसर पर अपने विचार सांझा किए और मुख्यमंत्री के समक्ष विभिन्न मुद्दे भी प्रस्तुत किए।
इंटेल के प्रतिनिधि निवरूति राय ने कहा कि स्वास्थ्यप्रद जलवायु के कारण हिमाचल प्रदेश डाटा केन्द्र और टेलीमेडिसिन स्थापित करने के लिए एक प्रमुख कंेद्र के रूप में उभर सकता हैै। बाॅक्सटर के प्रतिनिधि रविन्द्र पाल सिंह डांग, वालमार्ट और जाॅनसन एण्ड जाॅनसन के प्रतिनिधियों ने भी विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, सचिव बागवानी अमिताभ अवस्थी, निदेशक उद्योग हंस राज शर्मा, विशेष सचिव उद्योग आबिद हुसैन सादिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।